Monkey Attack on Ausaneshwar Temple News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के अवसानेश्वर मंदिर में आज बड़ा हादसे की दुखद खबर सामने आई है। बंदरों की वजह से टूटा बिजली का तार और फैला करंट, जिससे मची भगदड़। दो श्रद्धालुओं की मौत और कई घायल। जानिए Monkey Attack on Ausaneshwar Temple की पूरी जानकारी।

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अवसानेश्वर मंदिर में सावन सोमवार की सुबह मचा हड़कंप
बाराबंकी के हैदरगढ़ स्थित अवसानेश्वर महादेव मंदिर में सावन सोमवार की सुबह अचानक हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है की हड़कंप के समय मंदिर परिसर में हजारों श्रद्धालु एकत्र थे, तभी एक अप्रत्याशित हादसे ने माहौल को दहशत में बदल दिया। जिससे अचानक भगदड़ मचने से काफी लोग घायल हो गए और इसके इलावा 2 सर्धालुओं की मृत्यु हो गयी।
बंदरों की उछल-कूद से टूटा तार
घटना के अनुसार, जानकारी मिली है की यह हादसे किसी इंसान से नहीं बल्कि बंदरों से हुआ है। बताया जा रहा है की मंदिर परिसर की छत पर कुछ बंदर उछल-कूद कर रहे थे। उसी दौरान एक बिजली का तार टूटकर टिन शेड पर गिर गया, जिससे पूरे शेड में करंट फैल गया। इसी दौरान उपस्थित कई श्रद्धालुओं को बिजली का झटका लगा और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
करंट फैलने से सभी श्रद्धालु दर गए और वह बुरी तरह से आफरा-तफरी मच गयी। जिसका दुखद परिणाम सामने निकल कर आया जिसमे 2 सर्धालुओं की मृत्यु हो गयी और इसी के साथ काफी लोग घायल हो गए। घटना दरअसल एक Monkey Attack on Ausaneshwar Temple थी, जो बाद में बड़ी भगदड़ में तब्दील हो गई।

दो की मौत, कई घायल
हैदरगढ़ स्थित औसानेश्वर मंदिर में रात 12 बजे से ही भक्त जलाभिषेक के लिए कतार में लगे हुए थे। इस घटना में 22 वर्षीय युवक प्रशांत जो की त्रिवेदीगंज के मुबारकपुर के निवासी थे उनकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य श्रद्धालु की भी जान चली गई। 37 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए हैं, जिनमें महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
घटना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी

जैसे ही इस घटना की जानकारी पुलिस प्रशाषन तक पहुंची वैसे ही DM शशांक त्रिपाठी और SP अर्पित विजयवर्गीय मौके पर पहुंचे | कई पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर तुरंत पहुंचे। बताया जा रहा है की बंदरों की उछल-कूद के कारन यह हादसा घटित हुआ। घायलों को इलाज के लिए अस्पतालों में भेजा गया और मंदिर परिसर को खाली कराया गया। बिजली की तार को ठीक करवाने का कार्य तुरंत शुरू करवाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए पीड़ितों की हरसंभव मदद के निर्देश दिए हैं।
Monkey Attack on Ausaneshwar Temple क्यों है गंभीर चेतावनी?
यह घटना सिर्फ करंट फैलने की नहीं, बल्कि एक बड़ी चूक और लापरवाही का नतीजा है। Monkey Attack on Ausaneshwar Temple जैसे मामलों की पहले भी सूचना मिलती रही है, लेकिन समय पर समाधान नहीं किया गया। मंदिर प्रशासन द्वारा बंदरों की गतिविधियों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया था, जो इस घटना का मुख्य कारण बना।

निष्कर्ष
Monkey Attack on Ausaneshwar Temple की यह घटना दिखाती है कि धार्मिक स्थलों पर केवल भीड़ नियंत्रण ही नहीं, बल्कि वन्य जीवों से सुरक्षा, बिजली प्रबंधन और संरचनात्मक मजबूती भी ज़रूरी है। यदि समय रहते बंदरों को काबू में किया गया होता, तो यह हादसा होने से रोकी जा सकता था।
FAQs
प्र.2: यह हादसा कब और कहां हुआ?
यह हादसा 28 जुलाई 2025 को बाराबंकी जिले के अवसानेश्वर महादेव मंदिर में हुआ।प्र.2: इस हादसे की वजह क्या रही ?
मंदिर परिसर में Monkey Attack on Ausaneshwar Temple के दौरान बंदरों की उछल-कूद से बिजली का तार टूटकर शेड पर गिरा और करंट फैल गयाप्र.3: कितने श्रद्धालु हताहत हुए ?
2 श्रद्धालुओं की मौत और 30 से अधिक घायलप्र.4: घटना के समय क्या चल रहा था ?
सावन सोमवार के दिन जलाभिषेक के लिए हजारों श्रद्धालु मंदिर में मौजूद थेप्र.5: बंदरों का हमला पहले भी हुआ है या नहीं ?
हां, Monkey Attack on Ausaneshwar Temple पहले भी हो चुके हैं लेकिन इतने गंभीर परिणाम पहली बार देखने को मिलेप्र.6: प्रशासन की क्या प्रतिक्रिया रही ?
DM, SP और पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची, घायलों को अस्पताल भेजा गया और जांच के आदेश दिए गएप्र.7: इस हादसे से क्या सीख मिली ?
धार्मिक स्थलों पर भीड़ नियंत्रण के साथ-साथ वन्य जीवों पर नियंत्रण और बिजली व्यवस्था की सुरक्षा बेहद जरूरी है |