Breaking Gurudwara kartarpur sahib flood: पाकिस्तान की भीषण बाढ़ में समा गया करतारपुर कोरिडोर, 100 से ज्यादा लोग फंसे!

पाकिस्तान में आई भीषण बाढ़ ने करतारपुर कोरिडोर को डुबो दिया है। इस gurudwara kartarpur sahib flood में 100 से ज्यादा श्रद्धालुों के फंसे होने की आशंका बताई जा रही है, फ़िलहाल बचाव कार्य जारी कर दिया गया है। जानिए पूरी खबर विस्तार से। 

पाकिस्तान की बाढ़ से डूबा करतारपुर कोरिडोर 

पाकिस्तान में जारी तेज बारिश और रावी नदी बांध से ज्यादा मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारन करतारपुर और आस-पास के इलाकों में बाढ़ जैसे गंभीर हालात बन गए। इस बाढ़ ने धार्मिक और सांस्कृतिक जगहों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। gurudwara kartarpur sahib flood की खबर से दुनियाभर के सिख समुदाय में चिंता फैल गई है। जानकारी के अनुसार, करतारपुर कोरिडोर के आसपास का इलाका बुरी तरह पानी में डूब चुका है और 100 से ज्यादा श्रद्धालु वहां फंसे हुए बताए जा रहे हैं। इस स्थिति ने प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। 

श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर संकट 

पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब सिखों के लिए आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है। भारत और पाकिस्तान दोनों देशों से श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। लेकिन इस बार gurudwara kartarpur sahib flood ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वहां फंसे लोगों में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं। जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की गुरुद्वारा करतारपुर साहिब परिसर में करीब 5 से 7 फुट तक हर तरफ़ पानी भर गया है। 

प्रशासन और रेस्क्यू ऑपरेशन 

पाकिस्तान प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य के लिए विशेष टीमें तैनात की हैं। नौकाओं और रेस्क्यू बोट्स की मदद से श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, लगातार बारिश और तेज़ बहाव की वजह से बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आ रही हैं। यह गुरुद्वारा भारत-पाकिस्तान सिमा से कुछ ही दुरी पर स्थित है। रावी नदी के उफान से करतारपुर और आस-पास की जगहों पर भेद बुरे हालात देखने को मिल रहें हैं। 

गुरुद्वारा करतारपुर साहिब का महत्व 

गुरुद्वारा करतारपुर साहिब वह स्थान है जहां सिख धर्म के संस्थापक और सिख धर्म के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के आखिरी दिन बिताए थे। इस वजह से यहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। लेकिन मौजूदा gurudwara kartarpur sahib flood स्थिति ने श्रद्धालुओं की भावनाओं को गहराई से प्रभावित किया है। हालाकिं गुरु ग्रंथ साहिब को सुरक्षित दूसरी मंजिल पर रखा गया है। तेज बारिश और बाढ़ के कारन जीरो लाइन क्षेत्र भी पूरी तरह से पानी में डूब गया है। 

इसी बिच सैफुल्लाह खोखर ने कहा कि बाढ़ में फंसे हुए कर्मचारिओं और अन्य लोगों को नावों और हेलीकाप्टर के जरिये वहां से सुरक्षित निकला गया है। इसी के साथ यह खबर सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो चुकी है। कई लोगों ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर वीडियो पोस्ट कियें हैं जिसमे साफ देखा जा सकता है की गुरुद्वारा करतारपुर साहिब किस तरह पानी में डूबा हुआ है। फ़िलहाल, बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। 

अंतर्राष्ट्रीय चिंता 

यह घटना सिर्फ पाकिस्तान तक सीमित नहीं रही। भारत, अमेरिका, कनाडा और यूरोप में बसे सिख समुदाय ने भी गहरी चिंता जताई है। सोशल मीडिया पर #KartarpurCorridor और #gurudwara kartarpur sahib flood ट्रेंड कर रहे हैं। लोग श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी और गुरुद्वारे की सुरक्षा को लेकर आवाज़ उठा रहे हैं और जल्द-से-जल्द बचाव कार्य शुरू करने की मांग कर रहें हैं। 

निष्कर्ष 

gurudwara kartarpur sahib flood ने न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा को खतरे में डाला है बल्कि धार्मिक धरोहर की रक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ा दी है। पाकिस्तान सरकार के सामने राहत कार्य सबसे बड़ी चुनौती बन चुका है। दुनियाभर के सिख समुदाय की दुआएं और समर्थन श्रद्धालुओं तक पहुंच रही हैं। आने वाले दिनों में हालात कैसे बदलते हैं, यह देखना बाकी है। 

FAQs: Gurudwara Kartarpur Sahib flood 

Q1: gurudwara kartarpur sahib flood कब हुआ? 
पाकिस्तान में भारी बारिश के चलते 26 अगस्त 2025 में यह बाढ़ आई, जिसने करतारपुर कोरिडोर को डुबो दिया। 

Q2: इस बाढ़ में कितने लोग फंसे हैं? 
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, 100 से ज्यादा श्रद्धालु बाढ़ में फंसे हुए हैं। 

Q3: क्या भारत सरकार ने कोई प्रतिक्रिया दी है? 
भारत सरकार हालात पर नज़र रखे हुए है और जरूरत पड़ने पर मदद की पेशकश कर सकती है। 

Q4: गुरुद्वारा करतारपुर साहिब का धार्मिक महत्व क्या है? 
यह स्थान गुरु नानक देव जी के अंतिम समय का स्थल है, इसलिए सिख धर्म के लिए बेहद पवित्र माना जाता है। 

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