Amarnath Yatra: बालटाल और पहलगाम दोनों रास्ते बंद कर दिए गए हैं, क्युकी पिछले 36 घंटों से हो रही लगातार भारी बारिश के चलते Amarnath Yatra को स्तगित कर दिया गया है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुकूल पहलगाम और बालटाल दोनों जगहों पर यात्रा पर रोक लगा दी गयी है। बालटाल मार्ग पर भूस्खलन के कारन एक तीर्थयात्री की मौत हो गई है। इसलिए यात्रिओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए Amarnath Yatra पूरी तरह से कुछ दिनों के लिए स्तगित कर दी गयी है।

लगातार बारिश से मौसम बिगड़ा
जम्मू‑कश्मीर में पिछले 36 घंटों से हो रही लगातार बारिश ने Amarnath Yatra रूट को अति संवेदनशील बना दिया। इससे पहलगाम और बालटाल दोनों बेस कैंपों पर यात्री रुके हुए हैं। अचानक भूस्खलन के कारन Amarnath Yatra को रोकना पड़ा। पहाड़ों से पत्थर गिरे और पहाड़ खिसकने पर काफी बड़ा नुकसान हुआ जिसमे Amarnath Yatra के रास्तों में सड़क खुद गयी, जिससे रस्ते पूरी तरह बंद हो गए। इसी कारण प्रशासन ने आज (17 जुलाई 2025) के लिए यात्रा को अस्थाई रूप से रोकने का निर्णय लिया है।
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मरम्मत कार्य जारी
बीआरओ (Border Roads Organisation) और पर्वतीय बचाव दलों ने भूखलन के बाद दोनों रूटों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में जवानों और मशीनरी तैनात की है। संकट मोचन मार्गों पर तत्काल मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है, ताकि गुरुवार 18 जुलाई तक यात्रा को फिर से शुरू किया जा सके।
बालटाल में भूस्खलन, एक महिला की दुखद मृत्यु

Amarnath Yatra करते हुए बालटाल मार्ग पर बुधवार शाम भूस्खलन के चलते राजस्थान की 55 वर्षीय सोना बाई की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य तीर्थयात्री गंभीर रूप से घायल हुए। इसलिए ओर तीर्थयात्रिओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस Amarnath Yatra पर विराम लगा दिया गया है। ऐसा पहेली बार हुआ है की जम्मू से अमरनाथ तक की यह यात्रा को इस तरह रोका गया है।
बचाव‑राहत सुरक्षा व्यवस्था सक्रिय
बालटाल मार्ग पर हुए भूस्खलन की ख़बर मिलते ही तुरंत घटना स्थल पर NDRF, SDRF, सेना और अन्य सुरक्षा कर्मी तुरंत मोके पर पहुंचे और भूस्खलन में घायल हुए यात्रिओं को जल्द से जल्द नजदीकी हस्पताल में दाखिल करवाया गया। इसके अतिरिक्त बचाव दल और सुरक्षा बल अलग-अलग मार्गों की निगरानी में जुटे हुए हैं।

यात्रा फिर कब शुरू होगी?
विजय कुमार भिधूड़ी ने पुष्टि की है कि अगर मौसम में सुधार रहा तो 18 जुलाई 2025 यानि कल (शुक्रवार) से यात्रा फिर से शुरू होने की उम्मीद है। फिलहाल, बेस कैंप से कोई आवाजाही नहीं होगी। यात्रिओं की सुरक्षा और सड़क पूरी तरह सही करने के लिए पटरियों पर भारी संख्या में लोगों और मशीनों को तैनात किया गया है ताकि पहलगाम और बालटाल दोनों आधार शिविरों से यात्रा फिर से शुरू की जा सके। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार भारी बारिश होने की चेतावनी दी गयी है लेकिन अगर कल शुक्रवार के दिन मौसम साफ रहा तो Amarnath Yatra को फिर से शुरू कर दिया जायेगा।
विशेषज्ञ सुझाव यात्रियों के लिए
- BRO संकेतों का पालन करें: मरम्मत कार्य और सुरक्षा टीमों की मदद लें।
- गर्म भोजन एवं राहत किट साथ रखें: खराब मौसम में अतिरिक्त तैयारी फायदेमंद होगी।
- यात्रा स्थगित रहने तक न निकलें: बेस कैंप से कोई भी आवाजाही न करें।
- स्थानीय अपडेट चेक करते रहें: आधिकारिक वेबसाइट और प्रशासनिक घोषणाओं पर नजर रखें।
- अपनी सुरक्षा और आस पास की चीजों पर नजर रखें और सतर्क रहें।

निष्कर्ष
Amarnath Yatra 2025 पूरी श्रद्धा से प्रारंभ हुई थी, लेकिन प्राकृतिक आपदाओं – विशेषकर लगातार बारिश एवं अचानक हुए भूस्खलन – ने आज (17 जुलाई) को यात्रा पर रोक लगा दी गयी है। प्रशासन द्वारा कल 18 जुलाई को यात्रा पुनः शुरू करने की संभावना जताई गई है, बशर्ते मौसम अनुकूल रहे। यात्रियों से आग्रह है कि वे बीआरओ और सरकारी निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित होने पर ही यात्रा करें।