लद्दाख में 15,000 फीट की ऊंचाई पर Akash Prime Defence Missile का Successful परीक्षण – जानिए पूरी खबर

Akash Prime Defence सिस्टम का प्रीकाशन हुआ सफल, अब भारत का डिफेन्स सिस्टम और भी हुआ मजबूत। यह आकाश फॅमिली की मिसाइल है जो 15000 फ़ीट की उचाई पर surface to air वॉर करने में सक्षम है। ऑपरेशन सिन्दूर में इस डिफेन्स सिस्टम ने अहम् भूमिका निभाई है। 

Akash Prime Defence System

Highlights:- 

  • Surface-to-Air Missile (SAM) – मध्यम दूरी तक हवा में उड़ते टारगेट को मार गिराने में सक्षम। 
  • यह 25 से 30 किलोमीटर तक जमीन से हवा में मार कर सकती है। 
  • 15,000 फीट (4,500 मीटर) ऊंचाई पर सफल परीक्षण (लद्दाख में)। 
  • दुश्मन के टारगेट को सटीकता से पहचान कर निशाना बनाता है। 
  • एक साथ कई टारगेट पर अटैक करने में सक्षम। 
  • Extreme Weather Friendly 
  • Improved Reaction Time & Accuracy 

Akash prime defence system क्या है 

Akash Prime Defence भारत का एक उत्तम और मध्यम रेंज की मिसिअल है जो की 15000 फ़ीट की उचाई तक surface to air में सटीक मार कर सकती है। इस से हमारा डिफेन्स सिस्टम और भी सक्क्षम हो गया है और सुब से बड़ी और महत्वपूर्ण बात यह है की यह पूरी तरह से मेड इन इंडिया है मतलब यह पूरी तरह भारत की बनी हुई डिफेन्स सिस्टम है। इसे DRDO (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) ने भारत डायनामिक्स लिमिटेड और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के साथ मिलकर विकसित किया है। 

आकाश प्राइम के उन्नयन 

16 जुलाई 2025 को भारतीय सेना ने लद्दाख में 15,000 फीट की ऊंचाई पर इसका सफल परीक्षण किया। इसमें नया रडार-सीकर (Active RF Seeker) लगाया गया है, जिससे ये मिसाइल खुद टारगेट को ट्रैक कर सकती है। यह high altitude पर यानि 15000 फ़ीट की height पर भी surface to air में खुद ही ट्रैक कर के अपने टारगेट को हवा में ही समापत कर सकता है। यह अब तेज रफ्तार ड्रोन, फाइटर जेट और मिसाइलों को भी ट्रैक करके मार गिरा सकती है।  

क्या है आकाश प्राइम? 

Akash Prime Defence का नाम भारत की वायु रक्षा प्रणाली में एक और बड़ा नाम जुड़ चुका है। इसे DRDO ने भारत डायनामिक्स लिमिटेड और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के सहयोग से तैयार किया है। Akash Prime Defence यह देश की सरहदों के दुशमनो को हवाई हमले में मुहतोड़ जवाब देने के लिया पूरी तरह से सच्क्षम और तैयार है। 

क्या है आकाश प्राइम? 

Akash Prime Defence यह एक माध्यम दुरी की surface to air में मर करने वाला डिफेन्स सिस्टम है। यह akash फॅमिली का मेंबर है जो की अपने पुराने वर्जन से काफी update और बहतर है। जिस से अब भारत की सरहदों पर खुसपेटीओ को मुहतोड़ जवाब दिया जा सकता है। इस में खास तोर पर एक नया रीडर सीकर लगाया गया है। जो दुशमन को खुद की ढूंढ के टारगेट को लॉक कर लेती है और टारगेट को हवा में ही नष्ट करने में सच्क्षम है। 

ऑपरेशन ‘सिंदूर’ में भूमिका 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बताया जा रहा है की Akash Prime Defence सिस्टम को हॉल ही में वार्ता गया ऑपरेशन सिन्दूर में शामिल किया गया था। जहां इसने सीमाओं पर एयर थ्रेट्स से निपटने में अहम भूमिका निभाई। भारत की सीमाएं खास तौर पर चीन और पाकिस्तान से लगती हैं, जहां समय-समय पर ड्रोन हमले, निगरानी मिशन और हवाई घुसपैठ की खबरें आती रहती हैं। ऐसे में आकाश प्राइम जैसे सिस्टम सेना को तुरंत जवाब देने की ताकत देते हैं। ये खास तौर पर तुर्की के ड्रोन, चीनी UAVs और पाकिस्तान के फाइटर जेट्स को निशाना बनाने में दक्ष है। 

आत्मनिर्भर भारत की उड़ान 

Akash Prime Defence से भारत को आत्मनिर्भर बन गया है इस डिफेन्स सिस्टम का सफल निर्कशन से।  बल्कि भारत की टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और आत्मनिर्भरता की पहचान है। अब जब भारत के पास आकाश प्राइम जैसे शक्तिशाली डिफेंस सिस्टम हैं, तो दुश्मन को कई बार सोचने की ज़रूरत पड़ेगी कि वो भारत की वायु सीमा के आसपास भी आए। 

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