Uttarkashi Helicopter Crash in Emergency Landing: उत्तराखंड की शांत वादियों में एक बार फिर से एक दर्दनाक हादसे ने सबको झकझोर कर रख दिया है। उत्तरकाशी में गंगोत्री घाटी के पास स्थित गंगनानी क्षेत्र में एक हेलीकॉप्टर की Emergency Landing के प्रयास के दौरान बड़ा हादसा हो गया। जांच में सामने आया है कि चॉपर का ब्लेड एक फाइबर केबल से उलझ गया, जिससे यह दुर्घटना हुई।

हादसे की पूरी जानकारी
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के गंगनानी क्षेत्र में 8 मई 2025 को एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अब इस दुर्घटना को लेकर बड़ा खुलासा सामने आया है। विमान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (AAIB) की शुरुआती रिपोर्ट में सामने आया है कि हेलीकॉप्टर का रोटर ब्लेड ओवरहेड केबल से टकरा गया था | पायलट Emergency Landing की कोशिश कर रहा था, लेकिन इसी दौरान हेलिकॉप्टर का रोटर ब्लेड एक फाइबर केबल से उलझ गया, जिससे हेलिकॉप्टर नियंत्रण से बाहर होकर खाई में गिर गया। इस दुर्घटना में पायलट के साथ-साथ छह लोगों की जान चली गई थी।
हेलीकाप्टर का रोटर ब्लेड पास से गुजर रही फाइबर केबल में ऐसा उलझा जिसके बाद चॉपर सीधा 250 फ़ीट गहरी खाई में जा गिरा और दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

हेलिकॉप्टर हादसे की वजह
- हेलिकॉप्टर में तकनीकी खराबी आने के बाद पायलट ने Emergency Landing का प्रयास किया।
- Emergency Landing के दौरान हेलिकॉप्टर का ब्लेड एक हाईटेंशन केबल से उलझ गया, जिससे चॉपर का संतुलन बिगड़ गया।
- इस टक्कर के बाद हेलिकॉप्टर तेजी से नीचे गिरने लगा।
- करीब 250 फ़ीट गहरी खाई में जा गिरा और व्ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
- इस हेलीकाप्टर क्रैश घटना में पायलट समेत 6 लोगो की मोके पर ही मृत्यु हो गयी।

सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
इस घटना के बाद फिर एक बार विमान बनाने वाली कम्पनिओं पर यात्रिओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
क्या पर्वतीय क्षेत्रों में उड़ान भरने वाले चॉपर्स के लिए पर्याप्त सुरक्षा दिशानिर्देश मौजूद हैं? हालांकि इसको लेकर जब उत्तरकाशी जिला प्रशासन से बात की गई तो उन्होंने ऐसी किसी भी रिपोर्ट की जानकारी देने से साफ इंकार कर दिया।
न्यूज़ और रिपोर्ट्स की जानकारी से पता चला है के विमान ने सुबह 8:11 बजे खरसाली हेलीपैड से उड़ान भरी थी। यह विमान यात्रिओं को गंगोत्री तक ले जा रहा था इसी बिच एक बड़ा हादसा घटित हो गया। बताया जा रहा है की हादसा 8:35 बजे उत्तरकाशी के गंगनानी में Emergency Landing करते समय हुआ। दुर्घटना के बाद हेलीकॉप्टर नष्ट तो हो गया। इस हेलीकाप्टर की Emergency Landing हादसे में 6 लोगो की जान चली गयी जिसमे विमान संचालक पायलट भी शामिल था।

हेलिकॉप्टर के हो गए थे दो टुकड़े
हादसा इतना भयानक था कि विमान के गिरते ही विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसी के साथ 250 फ़ीट गहरी खाई में गिरते ही विमान के 2 टुकड़े हो गए। जैसे की सुरक्षा बल और रेस्क्यू टीम को इस हादसे के बारे में पता चला तभी जल्द से जल्द रेस्क्यू टीम विमान दुर्घटना वाली जगह पर पहुंची और इस हेलीकाप्टर हादसे में मारे गए पायलट और विमान में यात्रा कर रहे यात्रिओं के मृतक शव विमान से बहार निकले गए।

शवों को निकालने के लिए अभियान दल को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। क्युकी हादसे में हेलीकाप्टर के दो टुकड़े हो गए थे इसलिए यात्री विमान के अंदर ही फसे हुए थे। कटर के माध्यम विमान को काटा गया उसके बाद वह शव बाहर निकाले गए।
निष्कर्ष
उत्तराखंड में हुए इस हेलिकॉप्टर हादसे ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि पर्वतीय इलाकों में हवाई यात्रा बेहद संवेदनशील होती है। Emergency Landing के दौरान केबल से टकराना और हेलिकॉप्टर का क्रैश हो जाना सिस्टम की सुरक्षा तैयारियों पर भी सवाल खड़े करता है। अब देखने वाली बात होगी कि जांच के बाद क्या बदलाव लाए जाते हैं।
FAQs
Q. हादसा कब और कहां हुआ?
यह हादसा 8 मई 2025 को उत्तरकाशी जिले के गंगनानी क्षेत्र में हुआ।
Q. हेलिकॉप्टर में कितने लोग सवार थे?
हेलीकाप्टर में विमान संचालक पायलट समेत 6 लोग सवार थे।
Q. हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने का क्या कारण बताया गया?
तकनीकी खराबी के कारण पायलट Emergency Landing कर रहा था, तभी चॉपर का ब्लेड एक हाईटेंशन केबल से टकरा गया जिससे विमान खाई में गिर गया।
Q. क्या AAIB जांच कर रही है?
हां, AAIB और राज्य सरकार की टीम ने हादसे की जांच शुरू कर दी है।