आज, 9 जुलाई 2025 को राजस्थान के चुरू जिले में भारतीय वायुसेना (IAF) का एक Jaguar plane ट्रेनर फाइटर जेट क्रैश हो गया, जिससे पूरे देश में शोक और चिंता की लहर दौड़ गई। दुर्घटना की वजह का पता लगाया जा रहा है मगर अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। बताया जा रहा है की jaguar plane 44 साल पहले बंद हो चुके है। अभी इन का एक भी यूनिट नहीं बनाया जाता है।

Highlights :-
- जगह: राजस्थान के चुरू जिले के भानुड़ा गांव में हादसा
- समय: दोपहर करीब 12:30 से 1:25 बजे के बीच
- विमान: भारतीय वायुसेना का jaguar plane ट्रेनर फाइटर जेट
- हादसे में मौत: दोनों पायलटों की मौके पर ही मौत
- वायुसेना ने हादसे की जांच के लिए Court of Inquiry गठित की
- 2025 में तीसरी दुर्घटना: मार्च और अप्रैल में भी जैगुआर जेट क्रैश हो चुके हैं
जानिए क्या हुआ कैसे हुआ प्लेन क्रैश :-

आज, 9 जुलाई 2025 को राजस्थान के चुरू जिले में भारतीय वायुसेना (IAF) का एक जैगुआर ट्रेनर फाइटर जेट क्रैश हो गया, यह दुर्घटना दोपहर करीब 12:30 से 1:25 बजे के बीच में हुई। और jaguar plane crash होते ही बहुत बड़ा धमका हुआ जिस से पुरे गाओं में भगदड़ मच गई। 2025 में तीसरी दुर्घटना: मार्च और अप्रैल में भी jaguar plane जेट क्रैश हो चुके हैं। बताया जा रहा है की इस प्लेन क्रैश में दोनों पायलट की डेथ हो चुकी है। jaguar plane जेट ने सूरतगढ़ एयरबेस से एक रूटीन ट्रेनिंग मिशन के तहत उड़ान भरी थी |
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हादसे में दोनों पायलट की मौत :-
Jaguar plane 44 साल पहले ही बंद हो चुके है, जिसे 1970 में भारतीय सेना में शामिल किया गया था। jaguar plane सेना का महत्वपूर्ण जेट प्लेन था। पीछे कुछ दिनों में देखा जाये तो यह 2025 की तीसरा प्लेन क्रैश हो चूका है, जिससे इनके भविष्य और तकनीकी स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं। फिलहाल, वायुसेना ने हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन कर दिया है, जो क्रैश के पीछे की असली वजहों का पता लगाएगी।

विमान ने कहां से उड़ान भरी थी?
यह विमान सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ान भरी थी। उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी वजह बताई जा रही है प्लेन क्रैश की। यह jaguar plane लगभग दोपहर 12:30 से 1:25 बजे के बीच राजस्तान के चूरू जिले में हुआ है। और सुतरो से पता चला है की जगुआर ट्विन-सीटर विमान एक दो सीट वाला विमान था। इस प्लेन में दो पायलट सवार थे बताया जा रहा है की प्लेन क्रैश के साथ की साथ ही मोके पे दोनों पायलट की डेथ हो चुकी है।
Jaguar plane क्यों होते हैं क्रैश?
Jaguar plane 1970 के देशक के आसपास बनाये गए थे, लगभग 44 साल पहले यह फाइटर जेट बनाने बंद कर दिए गए है। आज के दिन इन वामनो का एक भी यूनिट नहीं बनाया जाता है। और इन फाइटर जेट्स को 1970 में भारतीय सेना में शामिल किया गया था। आज के हिसाब से यह काफी पुराने हो चुके है, मगर फिर भी यह एक अच्छे और महत्वपूर्ण लड़ाकू विमानों में गिनती अति है।

तकनीकी खामियों की वजह से इनकी दुर्घटना हुई है नहीं तो आज भी यह प्लेन काफी सटीक है। वायुसेना द्वारा इन्हें जल्द रिटायर करने की मांग भी उठ रही है। यह एक दो सीटों वाला (ट्विन-सीटर) लड़ाकू विमान है, जिसमें दो पायलट एक साथ उड़ान भर सकते हैं। यह विमान 1700 किलोमीटर प्रति घंटा की तेज़ रफ्तार से उड़ने में सक्षम है और इसमें घातक हथियारों को ले जाने की क्षमता भी होती है, जिससे यह युद्ध और हमलों के लिए बेहद प्रभावशाली माना जाता है।